भूत वाली कहानी Can Be Fun For Anyone

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उस जंगल में रहने वाले को लोग छलावा कहते है और जो कोई भी उसके पीछे जाता है वो फिर कभी लौट कर नहीं आता।

तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या? उसने मेरा हाथ पकड़ा और जबर्दस्ती मुझे खेतो की तरफ ले जाने लगा। उसका हाथ बहुत ठंडा था, मुझे समझते हुए देर न हुई कि यह मेरा दोस्त नहीं है। वो मुझे पास ही के एक कुँवे तक घसीटते हुवे ले जा रहा था। मैं ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा।

 उस घर में आखिर क्या है इसे जानने केलिए मैं, तुम्हारे राजेश मामा और गीता मामी वहाँ गए और ठहरने का फैसला किया। रात को हम सब वहाँ घटती घटनाओं के बारे में सुनकर डर से एक दूसरे के करीब हाल में ही सो गए लेकिन तुम्हारे राजेश मामा वहीं उस ए सी कमरे में जाके सो गया। उसने पीने के लिए गर्म पानी एक गिलास में भरकर ,उसके ऊपर एक प्लास्टिक क्लोजर रखकर उसे वही काट के पास छोटे मेज़ पे रखा। रात को उसे वह सभी अनुभव हुआ जैसे तुम्हारे मासाजी और मासी को हुवा। किटकियाँ पट पटा रहीं थीं। हल्के से कोई कम्बल खींच रहा था। किसी का अंदर बाहर जाने का आभास!

उसने मेरे पास आके मेरा बैग उठाया और मेरे आगे-आगे चलने लगा। चलते हुए मैंने एक बात पर गौर किया कि ये इतना चुप-चुप क्यों है। ये जब से मुझे मिला है तब से कुछ नहीं बोला। क्योंकि मेरा दोस्त सोमधर तो बहुत ही बातूनी है और ये तो इतना शांत बड़ी ही अजीब बात है।

तभी एक आदमी : उस कुएं के पास जाना बहुत खतरनाक है.. वहां लोग जाते ही गायब हो रहे हैं..

मस्त मस्त छोटी कहानियां शिक्षा देने वाली । छोटी कहानी इन हिंदी

उसी रात मैं जब सो रहा था तब किसी की मुझे पुकारने की आवाज आ रही थी।

घर के पास पहुंचते ही राजू ने धीरे से कहा, “सुरेश, यहाँ कुछ अजीब है। हमें जानना चाहिए कि ये भूत की कहानी सच है या नहीं।”

. और बकरी के जाते ही हुए के अंदर से वह भूत बाहर आकर बकरी को लेकर वापस कुए के अंदर चला जाता है…

" हाँ चिन्नू , क्या तुमने रेलवे स्टेशनों के शौचालय में हातों के निशान देखें हैं? उन्होंने पूछा।

 " एक रात उस ए सी वाले बैडरूम में सोए हुवे तुम्हारे मासी मासाजी को किटकी के पास किसी की धीरे से विसल बजाने की आवाज़ आयीं। पहले तुम्हारे मासी को लगा कि शायद उसका वहम है लेकिन फिर तुम्हारे मासाजी ने जब उससे कहा कि विसल की आवाज़ सुनाई दे रही थी तब उसे विश्वास हुवा कि विसल की आवाज़ सुनाई click here दे रही थी।वे दोनों किटकी के पास गए और उन्होंने दरवाज़ा खोला!

युवक ने वहाँ पहुंचकर देखा कि कब्र रात के समय में चमकती है। वह धीरे-धीरे कब्र की ओर बढ़ता है, और वहां पहुंचकर वह बैठ जाता है। कुछ ही क्षणों में, राजा की आत्मा उससे मिलती है और कहती है, “तू मेरे पास क्यों आया है?”

उस कब्र से जुड़ी अनगिनत कहानियां और रहस्य यही कह रहे थे कि राजा की आत्मा अब भी वहाँ है, और रात के समय में ही अपनी कहानियां सुनाती है। लोगों के मुताबिक, उसकी आत्मा को सुनकर उनके दिल में एक अजीब सी चुनौती पैदा हो जाती थी।

गौरब एक पंडित को लेकर उस घर में जाता है और पूजा पाठ करवाता है। इससे उस आत्मा को उस घर से मुक्ति मिल जाती है और वह गौरब का धन्यवाद करती है। गांब वाले सभी गौरब के इस कारनामे से प्रसन्न होते है और उसे इनाम देते है।

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